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भक्ति काव्य 

Bhakti Kavya: 'हे री मैं तो प्रेम दिवानी', मीराबाई की रचना आप भी पढ़ें

Bhakti Kavya: 'हे री मैं तो प्रेम दिवानी', मीराबाई की रचना आप भी पढ़ें हे री मैं तो प्रेम दिवानी, मेरा दरद न जाने कोय। सूली ऊपर सेज हमारी, किस बिध सोना होय।  गगन मंडल पर सेज पिया की, किस बिध मिलना होय॥     घायल की गति घायल जानै, कि जिन लागी होय।  जौहरी की...
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