Khatu Shyam: कौन है बाबा खाटू श्याम, जिनको बोला जा रहा है कलयुग का भगवान कृष्ण

Khatu Shyam: कौन है बाबा खाटू श्याम, जिनको बोला जा रहा है कलयुग का भगवान कृष्ण

मेरा सनातन डेस्क। इस कलयुग में खाटू श्याम को भगवान श्री कृष्ण का अवतार कहा जा रहा है। भक्त कहते हैं कि हारे के साहारे बाबा खाटू श्याम में भगवान श्री कृष्ण की सारी शक्तियां निहित हैं। शीश के दानी, नीले घोड़े वाले आदि नामों से पुकारे जाने वाले खाटू नरेश के दरबार में देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी भक्तगण आते हैं और बाबा खाटू श्याम की कृपा पाकर धन्य धन्य हो जाते हैं। 

राजस्थान के सीकर में है खाटू श्याम का धाम

राजस्थान के सीकर जिले में खाटू नगरी में स्थित है खाटू श्याम मंदिर इस धाम का निकटतम रेलवे स्टेशन रिंगस जंक्शन है। इस स्टेशन से 18 किलो मीटर की दूरी पर ही स्थित है खाटू श्याम मंदिर। ये धाम जयपुर से 80 किलो मीटर और दिल्ली से 300 किलो मीटर की दूरी पर है। कर्म और योग का दर्शन देने वाले योगीराज श्रीकृष्ण की लीला अपरम्पार है वो अगर प्रसन्न हो जाएं तो भक्त को भी भगवान बना दें। भगवान श्री कृष्ण नें वीर बर्बरीक पर भी ऐसी ही कृपा की थी और उन्हें अपना श्याम नाम देकर मनुष्य से देव बना दिया और वीर बर्बरीक खाटू श्याम के रूप में पूजे जाने लगे। 

भक्त पर भगवान की कृपा के प्रतीक हैं खाटू श्याम … 

आखिर क्यों भगवान श्री कृष्ण नें वीर बर्बरीक को मनुष्य से देव बना दिया और वे खाटू श्याम के रूप में पूजे जाने लगे। बाबा खाटू श्याम के दर्शन से पहले श्याम कुंड में स्नान करने की मान्यता है इसलिए श्रद्धालुगण सबसे पहले श्याम कुंड के पवित्र जल में स्नान करते हैं फिर खाटू श्याम के दर्शन करते हैं लेकिन अभी वर्तमान में कोरोना के कारण श्याम कुंड में स्नान पर पाबंदी है और महिला श्याम कुंड सिर्फ दर्शन के लिए खुला है। ये वही पावन स्थल है जहां से श्री खाटू श्याम जी का शीश अवतरित हुआ था। वर्तमान में कुंड दो भागों में बंटा है एक महिला श्याम कुंड और दूसरा पुरुष श्याम कुंड...

ऐसा माना जाता है कि जो भी इस कुंड में सच्चे मन से डुबकी लगाता उसके चर्म रोग आदि विकार दूर हो जाते हैं और उत्तम धन की प्राप्ति करता है। हर साल लगता है खाटूश्याम मेला प्रत्येक वर्ष होली के दौरान खाटू श्यामजी का मेला लगता है। इस मेले में देश विदेश से भक्तजन बाबा खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर में भक्तों की गहरी आस्था है।

बाबा श्याम, हारे का सहारा, लखदातार, खाटूश्याम जी, मोर्विनंदन, खाटू नरेश और शीश का दानी इन सभी नामों से खाटू श्याम को उनके भक्त पुकारते हैं। खाटूश्याम जी मेले का आकर्षण यहां होने वाली मानव सेवा भी है। बड़े से बड़े घराने के लोग भी आम आदमी की तरह यहां आकर श्रद्धालुओं की सेवा करते हैं। कहा जाता है ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

खाटूश्याम जी के चमत्कार

 


भक्तों की इस मंदिर में इतनी आस्था है कि वह अपने सुखों का श्रेय उन्हीं को देते हैं। भक्त बताते हैं कि बाबा श्याम सभी की मुरादें पूरी करते हैं। खाटूश्याम में आस लगाने वालों की झोली बाबा खाली नहीं करते हैं।

Disclaimer: यहां जो सूचना दी गई है वह सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि मेरा सनातन डॉट कॉम किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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मेरा सनातन फाउंडेशन एक गैर लाभकारी संगठन है। यहां हम सनातन धर्म से जुड़े विषय वेदों, उपनिषदों, पुराणों, धर्मशास्त्रों, धर्म, अध्यात्म, ज्योतिष के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय व लोक कलाकारों के साथ युवाओं की प्रतिभाओं को एक मंच देना है साथ ही लोगों को सनातन धर्म के प्रति जागरूक करना है। इसके लिए मेरा सनातन ने आने वाले भक्ति काव्य पर लिखने बोलने वाले युवा कवियों के लिए 'सनातन यात्रा' की शुरुआत की है। इसमें कलाकारों और कवियों द्वारा बोली गई रचनाओं (काव्य, गद्य अन्य रचना) को वीडियो के साथ पेश किया जाता है। अगर आप भी सनातन धर्म से जुड़ा कुछ लिखते या कुछ बोलना चाहते हैं तो हमारे मंच पर आपका स्वागत है। 

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